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मंगलवार, 11 मार्च 2014

प्रतिभागी - श्री राजेश कुमार मिश्रा ( आयुर्वेदाचार्य ) ~ रोग आपका इलाज हमारा ~


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             ~ राजेश कुमार मिश्रा ( आयुर्वेदाचार्य ) ~

मैं राजेश कुमार मिश्रा ( आयुर्वेदाचार्य ) सचिव आयुर्वेद अनुसंधान केन्द्र लखनऊ मंडल उ० प्र० पुत्र स्वर्गीय श्री गोवर्धन लाल मिश्रा विधिस्नातक ( एम० ए० , एल एल बी ) एवं आयुर्वेद ज्ञानी ( विरासत में मिला ज्ञान ) एवं पितामह स्वर्गीय श्री कालीचरण मिश्रा , आयुर्वेद रत्न , राजवैद्य , ज्योतिष ज्ञानी पितामह के सानिध्य में एवं बडों की प्रेरणा से ज्ञान एवं निखिल भारतवर्षीय आयुर्वेद विद्यापीठ दिल्ली से आयुर्वेदाचार्य की उपाधि ग्रहण करते हुए नित नवीन आयुर्वेद अनुसंधान करते हुये असाध्य रोगों की चिकित्सा में अनवरत कार्यशील हूँ , मंत्र चिकित्सा , सुगंध चिकित्सा , आयुर्वेद औषधि चिकित्सा , मस्तक रेखा एवं हस्त रेखा छाप ( हथेली की छाप ) द्वारा व्यक्ति के भविष्य का ज्ञान , सेक्स प्रोब्लम ( इन्पोटेन्ट ) , इन्फर्टिलिटी ( निसंतान स्त्री पुरुष ) साइकोलोजिकल काउन्सलर , सचिव विश्व सीनियर सिटिजेन वेलफेयर परिषद एवं विश्व मानव स्वास्थ्य सेवा परिषद की स्थापना की इच्छा।

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शक्तिहीन पुरुष ( नामर्दी ) - आयुर्वेदाचार्य द्वारा छोटा सा नुस्खा - सफ़ेद मूसली चूर्ण + शहद के साथ


निःसंतान ( बांझ स्त्री पुरुष ) - आयुर्वेदाचार्य द्वारा छोटा सा नुस्खा - अश्वगन्ध चूर्ण + गौ घृत के साथ

एलर्जी ( जन्य रोग ) - आयुर्वेदाचार्य द्वारा छोटा सा नुस्खा - हरिद्रा चूर्ण + उबले जल के साथ

कैंसर - आयुर्वेदाचार्य द्वारा छोटा सा नुस्खा - तुलसी जड़ , तना , पत्ती व बीज

एड्स - आयुर्वेदाचार्य द्वारा छोटा सा नुस्खा - आँवला हर बेहड़ा , नीम के फूल व सीका , छाल के चूर्ण के साथ

                   ~ इन समस्त रोगों की आयुर्वेदिक चिकित्सा व मंत्रों द्वारा चिकित्सा ~

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मंत्र चिकित्सा --: ।ॐ त्रयम्बकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्।

मंत्र द्वारा ही मृत्यु पे विजय एवं असाध्य रोगों ( कुष्ठ , पागलपन , कैंसर , एड्स ) की चिकित्सा

सुगंध चिकित्सा --: विभिन्न रोगों के अनुसार सुगंध से ही रोग की चिकित्सा

दिनचर्या निशाचर्या मृत्युचर्या यथोदिताम
  आचार पुरूष: स्वस्थ: सदातिष्ठीतनान्यथा

अर्थात - दिनचर्या , रात्रिचर्या व रितुचर्या जिस प्रकार से आयुर्वेद ने बतायी है , उसी प्रकार से आचरण करने वाला मनुष्य सदा स्वस्थ रह सकता है , इसके विपरीत आचरण करने वाला स्वस्थ नहीं रह सकता।
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संपर्क सूत्र --: डा० राजेश कुमार मिश्रा ( आयुर्वेदाचार्य ) - २२ जेल रोड , सीतापुर निकट पुलिस लाइन गेट , मो० नं० - ९४५३३८८३७४ , ईमेल पता - mishra2012clinic@gmail.com

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प्रिय मित्रों ये मेरी छोटी सी कोशिश थी , जिसको मैंने आपके सामने रखा। कृपया आप मुझे अपने विचार टिप्पणी के रूप में अवगत करायें , जिससे मुझे लेखन और प्रकाशन का हौसला मिले , अच्छा मित्रों विदा लेता हूँ , अगली पोस्ट के जरिये फिर मिलता हूँ कुछ नये प्रतिभागी के साथ , या उनकी रचनाओं के साथ।

 आपका शुभेच्छू - आशीष अवस्थी ( भाई )

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 प्रिय मित्रों ये ख़बर आपको कैसी लगी , अपनी टिप्पणी जरूर दे !
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10 टिप्‍पणियां:

  1. उत्तर
    1. आदरणीय को धन्यवाद व स्वागत हैं ।
      ॥ जय श्री हरि: ॥

      हटाएं
  2. उत्तर
    1. आदरणीय , बहुत बहुत आभार जो मंच पे स्थान दिया ।
      ॥ जय श्री हरि: ॥

      हटाएं
  3. आगमन हेतु आदरणीय को धन्यवाद व सद: स्वागत हैं ।

    जवाब देंहटाएं
  4. सुशील सर को धन्यवाद व स्वागत हैं ।

    जवाब देंहटाएं
  5. आयुर्वेद की उपयुक्त जानकारी .. अच्छे बातें साझा की हैं आपने धन्यवाद ..

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  6. धन्यवाद राजीव भाई , व स्वागत हैं ।

    जवाब देंहटाएं

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