==============================================================================
आप सर्च इन्जिन में वांछित सूचनाओं से सम्बंधित कीवर्ड्स ( keywords ) को सर्च करने के लिए टाइप करते हैं तथा सर्च इन्जिन सम्बंधित सूचनाओं को खोजकर उनके वेबसाइट्स ( websites ) कि सूची प्रस्तुत करता है। परन्तु क्या आप जानते हैं कि सर्च इन्जिन किस तरह से आपको निर्दिष्ट किए गए कीवर्ड्स ( keywords ) से सम्बंधित वेबसाइटों की सूची मुहैया कराता है।
इस बात की जानकारी के लिए आइये जाने कि , सर्च इन्जिन कैसे कार्य करता है।
==============================================================================
१ - सर्च इन्जिन स्पाइडर ( spider ) या वेब क्राउलर ( web crawler ) नामक प्रोग्राम का प्रयोग करता है , जो वेब ( web ) पर प्रकाशित किए गए नए वेब पेजों ( web pages ) या डॉक्यूमेंट्स ( documents ) को कैच ( catch ) करने और उनके वेब एड्रेसों ( web addresses ) का पता लगाने के लिए वेब ( web ) पर क्राउल ( crawl ) करता रहता है अर्थात घूमता रहता है।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
२ - नए वेब पेजों ( web pages ) अर्थात डॉक्यूमेंट और उनके वेब एड्रेस ( web address ) को क्राउलर ( crawler ) द्वारा कैच ( catch ) करने के पश्चात् वेब पेज और उसके वेब एड्रेस को इंडेक्सिंग सॉफ्टवेयर ( indexing software ) को भेज दिया जाता है। इंडेक्सिंग सॉफ्टवेयर ( indexing software ) वेब पेजों और उनके वेब एड्रेस ( web address ) के इन्फोर्मेशन को एक डेटाबेस में स्टोर करता है ; ताकि कीवर्ड्स ( keywords ) के आधार पर डेटाबेस से इन्फोर्मेशन को तेजी से रिट्रीव किया जा सके।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
३ - जब यूजर इन्फोर्मेशन को सर्च करने के लिए कीवर्ड्स ( keywords ) इंटर करता है , तो सर्च सॉफ्टवेयर ( search software ) इंडेक्स ( index ) का प्रयोग कर अपने डेटाबेस में मैच ( match ) करते हुए डॉक्यूमेंट्स ( documents ) या लिंक्स ( links ) को रिटर्न करता है ; जिन पर क्लिक कर यूजर वांछित इन्फोर्मेशन को रिट्रीव ( retrieve ) कर सकता है।
==============================================================================
पाठन के लिये ⓘ.ⓐ.ⓢ.ⓘ.ⓗ की तरफ़ से आशीष अवस्थी ( भाई ) का आप सभी पाठकों को धन्यवाद !
==============================================================================
मित्रों ये जानकारी आपको हिंदी में कैसी लगी , कृपया अपनी टिप्पड़ी ज़रूर दें !
==============================================================================
आप सर्च इन्जिन में वांछित सूचनाओं से सम्बंधित कीवर्ड्स ( keywords ) को सर्च करने के लिए टाइप करते हैं तथा सर्च इन्जिन सम्बंधित सूचनाओं को खोजकर उनके वेबसाइट्स ( websites ) कि सूची प्रस्तुत करता है। परन्तु क्या आप जानते हैं कि सर्च इन्जिन किस तरह से आपको निर्दिष्ट किए गए कीवर्ड्स ( keywords ) से सम्बंधित वेबसाइटों की सूची मुहैया कराता है।
इस बात की जानकारी के लिए आइये जाने कि , सर्च इन्जिन कैसे कार्य करता है।
==============================================================================
१ - सर्च इन्जिन स्पाइडर ( spider ) या वेब क्राउलर ( web crawler ) नामक प्रोग्राम का प्रयोग करता है , जो वेब ( web ) पर प्रकाशित किए गए नए वेब पेजों ( web pages ) या डॉक्यूमेंट्स ( documents ) को कैच ( catch ) करने और उनके वेब एड्रेसों ( web addresses ) का पता लगाने के लिए वेब ( web ) पर क्राउल ( crawl ) करता रहता है अर्थात घूमता रहता है।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
२ - नए वेब पेजों ( web pages ) अर्थात डॉक्यूमेंट और उनके वेब एड्रेस ( web address ) को क्राउलर ( crawler ) द्वारा कैच ( catch ) करने के पश्चात् वेब पेज और उसके वेब एड्रेस को इंडेक्सिंग सॉफ्टवेयर ( indexing software ) को भेज दिया जाता है। इंडेक्सिंग सॉफ्टवेयर ( indexing software ) वेब पेजों और उनके वेब एड्रेस ( web address ) के इन्फोर्मेशन को एक डेटाबेस में स्टोर करता है ; ताकि कीवर्ड्स ( keywords ) के आधार पर डेटाबेस से इन्फोर्मेशन को तेजी से रिट्रीव किया जा सके।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
३ - जब यूजर इन्फोर्मेशन को सर्च करने के लिए कीवर्ड्स ( keywords ) इंटर करता है , तो सर्च सॉफ्टवेयर ( search software ) इंडेक्स ( index ) का प्रयोग कर अपने डेटाबेस में मैच ( match ) करते हुए डॉक्यूमेंट्स ( documents ) या लिंक्स ( links ) को रिटर्न करता है ; जिन पर क्लिक कर यूजर वांछित इन्फोर्मेशन को रिट्रीव ( retrieve ) कर सकता है।
==============================================================================
पाठन के लिये ⓘ.ⓐ.ⓢ.ⓘ.ⓗ की तरफ़ से आशीष अवस्थी ( भाई ) का आप सभी पाठकों को धन्यवाद !
==============================================================================
मित्रों ये जानकारी आपको हिंदी में कैसी लगी , कृपया अपनी टिप्पड़ी ज़रूर दें !
==============================================================================
ज्ञानवर्द्धक जानकारी, इस बारे में मुझे नहीं पता था। सादर धन्यवाद।।
जवाब देंहटाएंनई कड़ियाँ : अप्रैल माह के महत्वपूर्ण दिवस और तिथियाँ
एंड्राइड मोबाइल और टैबलेट पर डेन्ड्रोइड ( Dendroid ) नामक नये वायरस का खतरा
हर्ष भाई धन्यवाद व स्वागत है !
हटाएंज्ञानवर्धक जानकारी ....
जवाब देंहटाएंकौशल सर धन्यवाद व सदः ही स्वागत है !
हटाएंजिसको प्रयोग में लाते हैं ... वो कैसे कार्य करता है इसको जाना बहुत ही रोमांचित करता है ..
जवाब देंहटाएंअच्छी जानकारी ...
दिगंबर भाई धन्यवाद व स्वागत हैं !
हटाएंआपकि राय बहुत अच्छी है।
जवाब देंहटाएंहिन्दी ब्लॉग जगत मेँ नये तकनीकि ब्लॉग TechMatters कि शुरुआत हुई है जरुर पधारे।
धन्यवाद व स्वागत हैं !
हटाएंबहुत अच्छी उपयोगी जानकारी ।
जवाब देंहटाएंसुशील सर धन्यवाद व सद: ही स्वागत हैं !
हटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति...!
जवाब देंहटाएं--
आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल मंगलवार (08-04-2014) को "सबसे है ज्यादा मोहब्बत" (चर्चा मंच-1576) पर भी होगी।
--
सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।
--
श्रीराम नवमी की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ।
सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
आदरणीय सर , आभार व धन्यवाद जो आपका आगमन हुआ ।
हटाएंसंक्षिप्त सुन्दर सबके काम की जानकारी लिए है यह उम्दा पोस्ट आभार आशीष भाई। शुक्रिया आपकी प्रेरक सारगर्भित टिप्पणियों का।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद सर व स्वागत है :)
हटाएंअच्छी जानकारी के लिए आभार |
जवाब देंहटाएंआ. धन्यवाद व स्वागत है |
हटाएंबहुत सुन्दर जानकारी आशीष भाई .. कृपया यह भी बताएं कि सर्च इंजन कब और कैसे crawl करता है ..
जवाब देंहटाएंनीरज भाई आगमन हेतु धन्यवाद ! भाई इस जानकारी के लिए आगे की पोस्टों का इन्तिज़ार करें , जैसे हि ये जानकारी हमें पूर्णतः प्राप्त हो जायेगी , आप सभी के लिए प्रकाशित कर दी जाएगी , धन्यवाद व सदः हि स्वागत है |
हटाएंबहुत अच्छी जानकारी.
जवाब देंहटाएंराजीव भाई धन्यवाद व स्वागत है |
हटाएंआशीष भाई, हम अपनी न्यूज़ वेबसाइट चलाते हैं, उसमें वेब डिजायनर और प्रोग्रामर ने सर्च इंजिन आपप्टिमाइजेशन की सुविधा सर्वर से नहीं ली जिसकी वजह से हमें काफी नुकसान उठाना पड़ा, जैसा कि सभी बताते हैं । तो क्या कीवर्ड्स को किसी साइट में किसी खबर के साथ न दिये जाने पर भी सर्चइंजिन आॅप्टिमाइज कर लेता है ,इसमें सच कितना है, कृपया बतायें।धन्यवाद
जवाब देंहटाएंअलकनंदा जी पहले तो धन्यवाद जो आपका आगमन हुआ , आपने seo प्रक्रिया के बारे में पूछा है , इसके बारे में विशेष बात निर्भर करती है , " डोमेन " से ! अगर आप किसी वेबसाइट को किसी निजी कंपनी के द्वारा निर्माण करवाते है , तो उनके पास कम्पलीट सुविधाएं होती है ,जिसमें seo प्रक्रिया भी जोड़ी जाती है , और आपका काम विधिवत होता है , जायज़ बात है काम कम्पलीट होगा तो नुक्सान काहे का ! और रही बात कीवर्ड्स की तो इसमें भी डोमेन का काफी काम होता है - सारी बातें शेयर करना काफी मुश्किल है - लेकिन ये बातें वेबसाइट पे ज्यादा निर्भर करती हैं , ब्लॉग पे कम , और एक बात की किसी भी पोस्ट का शीर्षक का काम बिलकुल कीवर्ड्स पे डिपेंड करता है ! क्योंकि जनता ऐसे कीवर्ड्स का प्रयोग करती जो काम का व छोटा होता है , इसी लिए आप जो भी पोस्ट करें , उसमें सबसे ज्यादा ध्यान पोस्ट के शीर्षक पे दें , अगर शीर्षक मजबूत होगा तो seo प्रक्रिया का नुक्सान आपको ज्यादा नहीं उठाना पड़ेगा ! अब यहाँ पर मैंने ये बात क्यों दी है कि ज्यादा नुक्सान इसका सम्बन्ध भी कंपनी व डोमेन से है व उससे होने वाले फायदे से ! धन्यवाद व स्वागत है !
हटाएंGOOD TO KNOW YOUR SEARCH ENGINES .
जवाब देंहटाएंthanks sir and welcome !
हटाएं