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शुक्रवार, 17 अक्तूबर 2014

अच्छे स्वास्थ्य हेतु कुछ सरल उपाय ! { Some simple tips for good health ! }

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स्वस्थ रहने हेतु व अच्छे स्वास्थ्य हेतु , आजकल लोग तमाम उपाय करते हैं , अच्छी सोच व अटूट संकल्प द्वारा इसमें सफलता भी पायी जा सकती है , लेकिन इसमें प्रमुख है नियम व द्रढ़ संकल्प , जिनका नियम से पालन करने से ही स्वस्थ व निरोग रहा जा सकता है , तो आइये इनमें से कुछ महत्वपूर्ण उपायों पर नज़र हम डालते हैं , शायद कुछ काम के निकल आयें !
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१ . सुबह जल्दी उठो और ३ - ४ मील ( ४-६ किलोमीटर ) रोज टहलो। अगर संभव हो सके तो शाम को भी थोडा। 
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२ . टहलते समय नाक से लम्बी-लम्बी सांसे लो तथा यह भावना करो कि टहलने से आप अपने स्वास्थ्य को संवार रहे हैं।
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३ . टहलने के अलावा , दौड़ना , साइकिल चलाना , घुड़सवारी , तैरना या कोई भी खेलकूद , व्यायाम के अच्छे उपाय हैं। स्त्रियों का चक्की पीसना , बिलौना बिलोना , रस्सीकूदना , पानी भरना , झाडू-पौंछा लगाना आदि घर के कामों में भी अच्छा व्यायाम कर सकती हैं। रोज थोड़े समय छोटे बच्चों के साथ खेलना , १०-१५ मिनट खुलकर हँसना भी अच्छे व्यायाम के अंग हैं।
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४ . प्रातः टहलने के बाद भूख अच्छी लगती है। इस समय पौष्टिक पदार्थों का सेवन करें। अंकुरित अन्न , भीगी मूंगफली , आंवला या इससे बना कोई पदार्थ , संतरा या मौसम्मी का रस अच्छे नाश्ता का अंग होते हैं।
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५ . भोजन सादा करो एवम् उसे प्रसाद रूप में ग्रहण करो , शांत , प्रसन्न और निश्चिन्तता पूर्वक करो और उसे अच्छी तरह चबाचबा कर खाओ। खाते समय न बात करो न हंसो।
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६ . भूख से कम खाओ अथवा आधा पेट खाओ , चौथाई पानी के लिए एवम् चौथाई पेट हवा के लिए खाली छोड़ दे।
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७ . भोजन में रोज़ अंकुरित अन्न अवश्य शामिल करो। अंकुरित अन्न में पौष्टिकता एवम् खनिज लवण गुणात्मक मात्रा में बढ़ जाते हैं। इनमें मूंग सर्वोत्तम है। चना , अंकुरित या भीगी मूंगफली इसमें थोड़ी मेथी दाना एवम् चुटकी भर-अजवायन मिला लें तो यह कई रोगों का प्रतिरोधक एवम् प्रभावी इलाज है।
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८ . मौसम की ताज़ा हरी सब्जी और ताज़े फल खूब खाओ। जितना हो सके कच्चे खाओ अन्यथा आधी उबली तथा कम मिर्च-मसाले , खटाई की सब्जियां खाओ। अक ग्रास रोटी के साथ चार ग्रास सब्जी के अनुपात का प्रयास रखो।
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९ . भोजन के साथ पानी कम से कम पियो। दोपहर के भोजन के घंटे भर बाद पानी पियें। भोजन यदि कड़ा और रूखा हो तो २-४ घूंट पानी अवश्य पियें।
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१० . प्रातः उठते ही खूब पानी पीओ। दोपहर भोजन के थोड़ी देर बाद छाछ और रात को सोने के पहले उष्ण दूध अमृत सामान है।

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मित्रों व प्रिय पाठकों ये जानकारी आपको हिंदी में कैसी लगी , कृपया अपनी टिप्पणी जरूर करें , धन्यवाद !
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20 टिप्‍पणियां:

  1. आदरणीय आशीष जी! सुन्दर जानकारी! साभार!
    धरती की गोद

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  2. बहुत सुन्दर प्रस्तुति.. आपको सूचित करते हुए हर्ष हो रहा है कि आपकी पोस्ट हिंदी ब्लॉग समूह में सामिल की गयी और आप की इस प्रविष्टि की चर्चा - शनिवार- 18/10/2014 को नेत्रदान करना क्यों जरूरी है
    हिंदी ब्लॉग समूह चर्चा-अंकः35
    पर लिंक की गयी है , ताकि अधिक से अधिक लोग आपकी रचना पढ़ सकें . कृपया आप भी पधारें,

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  3. Bahut rochak jaankari..swasthya hi jiven hai isliye iss jaankari ka mahatv aur badh jaata hai... Umda prastuti .. !!

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