नव वर्ष की शुभकामनाओं के साथ स्वागत हैं आप सबका , एकबार फिर प्रश्न ? उत्तर - भाग - ७ की पोस्ट पे , मित्रों व पाठकों भाग - ६ की पोस्ट , प्रश्न शंख से जुड़ी हुईं थी जो कि भक्ति कार्यों में अधिकतर प्रयोग होता हैं , पोस्ट देखने के लिए यहाँ क्लिक करें , हमारी आज की ये पोस्ट भी धार्मिक दृष्टि से सम्बन्ध रखती हैं , तो आइये जानते हैं कि आज का प्रश्न ? उत्तर - भाग - ७ क्या हैं
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प्रश्न - धार्मिक दृष्टि में अंकों का क्या महत्व - कृपया संक्षेप में ?
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प्रश्न - १ . ' एक ' का क्या अर्थ होता हैं ?
उत्तर - ' एक ' अर्थात ' ईश्वर ' !
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प्रश्न - २ . ' दो ' का क्या अर्थ होता हैं ?
उत्तर - धार्मिक दृष्टि में' दो ' का अर्थ ' ईश्वर ' और जीव के मिलन माना गया हैं !
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प्रश्न - ३ . ' तीन ' का अर्थ ( तात्पर्य ) क्या है ?
उत्तर - धार्मिक दृष्टी के अनुसार , ' तीन ' का तात्पर्य तीन लोकों से माना गया है - स्वर्ग लोक , मृत्युलोक , व पाताल लोक।
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प्रश्न - ४ . ' चार ' अंक का धार्मिक दृष्टी में क्या अर्थ होता है ?
उत्तर - धार्मिक दृष्टी के अनुसार , ' चार ' का अर्थ चार वेद माने गए है - ऋगवेद , यजुर्वेद , सामवेद ,अथर्ववेद।
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प्रश्न - ५ . ' पाँच ' का क्या अर्थ होता है ?
उत्तर - ' पाँच ' का अर्थ पाँच तत्व होतें है - क्षिति ( प्रथ्वी ) , जल , पावक ( अग्नि ) , गगन ( आकाश ) , समीर ( वायु )
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प्रश्न - ६ . ' छः ' का क्या तात्पर्य है ?
उत्तर - ' छः ' का अर्थ ऋतुओं से होता है। एक वर्ष में छः ऋतुएँ होती है। बसंत ,ग्रीष्म ,वर्षा ,शरद ,हेमंत , शिशर।
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प्रश्न - ७ . धार्मिक दृष्टी के अनुसार , ' सात ' अंक का तात्पर्य किससे है ?
उत्तर - ' सात ' अंक का तात्पर्य संगीत के सात सुरों से माना गया है - सा ,रे , ग , म , प , ध , नी , तथा वैज्ञानिक द्रष्टि के अनुसार किरणों में सात रंग माने गए है।
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प्रश्न - ८ . ' आठ ' का अर्थ क्या होता है ?
उत्तर - धार्मिक द्रष्टि के अनुसार , एक दिन और एक रात में आठ पहर माने गये है।
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प्रश्न - ९ . ' नौ ' का क्या अर्थ माना गया है ?
उत्तर - धार्मिक द्रष्टि के अनुसार ' नौ ' का अर्थ ' नवधा - भक्ति ' से लिया गया है।
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प्रश्न - १० . ' दस ' अंक का तात्पर्य धार्मिक द्रष्टि के अनुसार क्या है ?
उत्तर - धार्मिक द्रष्टि के अनुसार ' दस ' अंक का संबंध दस दिशाओं से माना गया है , पूरब ,पश्चिम , उत्तर , दक्षिण , आकाश , पाताल , नेत्रत्य , वायव्य , ईशान , आग्नेय। , इसके अलावा दिग्पाल भी दस होतें है। , जिनके नाम इस प्रकार है - इंद्र , यम , कुबेर , वरुण , ब्रह्मा , विष्णु , रूद्र , नैत्रत्व और पवन।
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तो मित्रों इसी के साथ आज्ञा दीजिये , मिलते है अगली पोस्ट पे , धन्यवाद !!!
मित्रों ये जानकारी आपको कैसी लगी , अपनी टिप्पणी ज़रूर दें !
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बहुत बढ़िया प्रश्नोत्तरी-
जवाब देंहटाएंआभार भाई जी -
आ० बहुत धन्यवाद व स्वागत है
हटाएं|| जय श्री हरिः ||
धार्मिक दृष्टि से 420 का मतलब भी बता सकते हैं क्या? :)
जवाब देंहटाएंआ० सर उतने बड़े पावदान तक ईश्वर ने पहुँचने नहीं दिया सर , मगर शायद आपके नाम का मतलब हरिः कृपा से बता सकता हूँ , आपका नाम आपकी माता व पिता ने बड़े प्रेम से सुशील रखा था , जिसका मतलब , जो सबसे सभ्य होता है , मगर अफ़सोस सर की आपका नाम शायद लोग जोशी पुकारते है , इस लिये आपके अंदर जोश ज्यादा है , और मै गर्व से कहता हूँ कि ,ऐसा जोश हमारे समस्त भारतीयों में हो , जिससे वो अपनी अंतर आत्मा को जगा कर अपने देश का मार्गदर्शन कर सके , धन्यवाद
हटाएंआ० बुरा मत मानियेगा , क्योकि ऐसा सवाल हि आपने पूंछा , धन्यवाद
|| जय श्री हरिः ||
अरे जो बुरा मानता है वो अपने घर में जाकर बैठता है ! नाम होना और नाम का जैसा ही होना जरूरी कहाँ होता है ! हरि कृपा तुम पर बनी रहे :)
हटाएंआ० धन्यवाद , मैं सच कहूं तो , आपने ये प्रश्न पूंछ कर हमारा मार्गदर्शन ही किया हैं , जो नहीं कह पा रहा था , सो आपने कहलवादिया , बहुत धन्यवाद
हटाएं॥ जय श्री हरि: ॥
आ० मित्रों व प्रिय पाठको , अगर आपलोगों को मेरे लिखे लेख पसंद नहीं आते तो , मै इसको ख़ुशी ख़ुशी बंद कर दूंगा , क्योंकि अगर जनता को पसंद हि नहीं होगा , तो ये मेहनत किस काम की , वैसे मेरा ख़ास उद्देश्य इस ब्लॉग बनाने का आध्यात्म व भक्ति का प्रसार करना , लेकिन ये विचार युवाओं से दूर है , इसलिए मैंने इसमें कंप्यूटर व एनी जानकारिया भी जोड़ना चाँही , जिससे वे मोहित होकर यहाँ पे आयें और इस तरह की जानकारियाँ भी पायें , और हमारे देश से भी परचित हों , अगर मुझको पैसा कमाना होता तो विज्ञापन आदि का भी इस्तमाल करता , मगर नहीं ये कैसी सेवा , मै पूरी कोशिश करता हूँ की विविध प्रकार के लिंक्स , जो हम तक आसानी से उपलब्ध नहीं हो पाते , वो समस्त प्रकार के लिंक मै आप सबके लिये लाना चाहता हूँ , हाँ एक गलती मै अपनी ज़रूर मानता हूँ की मै ज्यादा बकवास करता हूँ , लेकिन उस बकवास में भी एक सन्देश होता है , कि सदः प्रेम से बोलिए , क्योंकि ये हम सबका धर्म है , इसीलिए हम भारतवासी है , धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबंद आप क्यों करेंगे जिसे पसंद नहीं आयेगा वो खुद नहीं आयेगा यहाँ ! वैसे कहने वाला कुछ कहता है उसका मतलब जरूरी नहीं होता है जो आप समझ लेते हैं कभी कभी उल्टा भी होता है ! कमेंट मोडरेशन इनेबल करके जो कमेंट पसंद ना आये उसे हटाया भी जा सकता है ! आप जो कर रहे हैं बहुत अच्छा कर रहे हैं ! धैर्य रखें और करते चले जायें !
हटाएंआ० बड़े भाई बहुत बहुत धन्यवाद व सद: स्वागत हैं , आपके जवाब से मुझे और भी बल मिला , धन्यवाद
हटाएंएक वाक्य मुझे बहुत पसंद आता है आप भी मनन करना !
हटाएंI am responsible for what I say but I am not responsible for that you understand :)
बहुत सुन्दर प्रश्नों के जबाब |ब्लॉग पर आ कर बहुत अच्छा लगा |
जवाब देंहटाएंआदरणीय , धन्यवाद व स्वागत के साथ साथ आपके आशीर्वाद की बहुत ज़रूरत थी , सो मिल गया , धन्यवाद
हटाएं॥ जय श्री हरि: ॥
बहुत सुंदर प्रश्न एवं जबाब ! आशीष भाई.
जवाब देंहटाएंआ० धन्यवाद व स्वागत है , राजीव भाई कल मै चर्चा मंच पे नहीं आ सका इसके लिये क्षमा |
हटाएंजितेन्द्र भाई जी धन्यवाद व स्वागत है |
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