पीछे मुड़ना हमारा काम नहीं , चाहे जिन्दगी बदनाम सही
कहती है देख तूने बोये थे फूल , काँटो को देख कर तू घबराया तो नहीं
मैंने कहा ऐ जिन्दगी मै तो आगे आगे चलता रहूँगा
काँटे ज्यादा जो हुये गर बाद में आप पछताएंगी तो नहीं
अगर ऐसा लगे तो आना हमारे साथ , जहाँ जमेंगे मिलेंगे हम वही
क्योंकि पीछे मुड़ना हमारा काम नहीं , चाहे जिन्दगी बदनाम सही !!
************************************************************************************
अर्थ -- जिस कार्य हेतु आप आगे बढ़ रहे है , अगर वो अच्छा कार्य है तो आप पीछे न हटें , क्योंकि ये निश्चित है कि अच्छे कार्य में बाधाएं तो आती ही है , तब पथिक को ये समझना चाहिए कि ये परीक्षा का समय है , पीछे मुड़नें से कोई फ़ायदा भी नहीं , क्योंकि जाने अंजाने मे हमसे ऐसी कई भूल हो जाती है , जो कि पीछे देखने से हमें तकलीफ देती है , आप आगे बढ़ते रहिये , फ़िर एक दिन ऐसा ज़रूर आयेगा , कि ज़िन्दगी को पछतावा होगा कि इसकी परीक्षा ली ही क्यों , ज़रूरी है कि आप जमें रहें , बस जमें रहें !!!
किसी भी काम के लिए जा रहें तो कांटे देख के घबरान ठीक नहीं ...
जवाब देंहटाएंअच्छा लिखा है ...
दिगम्बर जी टिप्पणी हेतु धन्यवाद व स्वागत
हटाएं