उन गजबदन देवदेव की जय हो , जिनके चरणकमल का स्मरण सम्पूर्ण विघन्स्मुह का हरण इस प्रकार कर देता है जैसे सूर्य अन्ध्कारराशी का ,जो भी पुरुष विद्यारम्भ , विवाह , गृहप्रवेश , निर्गमन ( घर से बाहर जाने ) , संग्राम अथवा संकट के समय सुमुख , एकदंत , कपिल , गजकर्ण , लम्बोदर , विकट , विघन्नाशन , विनायक , धूम्रकेतु , गणाध्यक्ष , भालचन्द्र और गजानन इन बारह नाम का पाठ या स्मरण भी करता है , उसे किसी प्रकार का विघ्न का भय नहीं होता
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जवाब देंहटाएंThanks
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